छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के वार्ता की पेशकश को सशर्त स्वीकार कर लिया है. नक्सली संगठन अपनी पार्टी, पीएलजीए व जनसंगठनों पर लगाए गए प्रतिबंध हटाने के साथ ही नक्सलियों को खुले आम काम करने का अवसर दिए जाने, हवाई हमले बंद करने और संघर्षरत इलाकों में सशस्त्र बलों के कैंपों को हटाने, जेलों में बंद नक्सलीनेताओं को वार्ता के लिए रिहा करने की शर्त पर वार्ता के लिए राजी हुआ है. हालांकि नक्सलियों ने अपने पत्र में जिन शर्तों का जिक्र किया है, उनको राज्य या केंद्र सरकार स्वीकार करेगी इसकी गुंजाइश दूर-दूर तक नहीं दिखती. नक्सलियों के गढ़ दक्षिण बस्तर में सुरक्षा बल लगातार नए कैंप खोलते जा रहे हैं, जिसके चलते नक्सली जबर्दस्त दबाव में हैं. अबूझमाड़ में भी उनको घेरने की तैयारी चल रही है.
